लेबनान में पेजर विस्फोट क्या है तकनीक का खतरनाक उपयोग

लेबनान में पेजर विस्फोट क्या है : तकनीक का खतरनाक उपयोग

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लेबनान में पेजर विस्फोट क्या है – 17 सितंबर 2024 को लेबनान में हुए पेजर विस्फोटों ने पूरे विश्व को चौंका दिया। इन विस्फोटों में 11 लोगों की मौत हो गई और लगभग 3000 लोग घायल हो गए। हिज़बुल्लाह के सदस्यों द्वारा उपयोग किए जाने वाले पेजरों में छुपे छोटे-छोटे विस्फोटक दूर से नियंत्रित किए गए थे। यह हमला अत्यंत जटिल और सुनियोजित था, जिसमें पेजरों को एक साथ विस्फोट कराया गया। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कैसे तकनीक का दुरुपयोग करके बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचाया जा सकता है और सुरक्षा के क्षेत्र में और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है।

पेजर क्या है ?

पेजर एक छोटा वायरलेस संचार उपकरण है जिसे मुख्य रूप से संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे बीपर भी कहा जाता है। पेजर का उपयोग 1990 के दशक में बहुत लोकप्रिय था, खासकर डॉक्टर, बिज़नेसमैन और इमरजेंसी सेवाओं के प्रोफेशनल्स द्वारा।

पेजर कैसे काम करता है?

पेजर रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग करके काम करता है। जब किसी को संदेश भेजना होता है, तो पेजर नेटवर्क उस संदेश को भेजता है, जिसे पेजर डिवाइस प्राप्त करता है। इस प्रक्रिया में इंटरनेट या कॉलिंग सुविधा की आवश्यकता नहीं होती। यही कारण है कि पेजर दूरदराज के क्षेत्रों और उन जगहों पर भी काम कर सकता है, जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं होता।

पेजर के प्रकार

पेजर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं

  1. वन-वे पेजर: इसमें केवल संदेश प्राप्त किए जा सकते हैं।
  2. टू-वे पेजर: इसमें संदेश प्राप्त करने के साथ-साथ जवाब भी भेजा जा सकता है।
  3. वॉयस पेजर: इसमें वॉयस मेसेजेस रिकॉर्ड किए जा सकते हैं।

पेजर की सुरक्षा और प्राइवेसी

पेजर की सुरक्षा व्यवस्था मोबाइल फोन या अन्य इंटरनेट आधारित डिवाइसों की तुलना में सीमित होती है। पेजर सिस्टम में एन्क्रिप्शन नहीं होता, जिससे इसका डेटा किसी भी इंटरसेप्टर द्वारा कैप्चर किया जा सकता है।

पेजर को विस्फोट के लिए कैसे उपयोग किया जा सकता है

पेजर को विस्फोट में उपयोग करने के कई तरीके हो सकते हैं, और हाल ही में लेबनान में हुए पेजर विस्फोटों ने इस तकनीक के खतरनाक उपयोग को उजागर किया है। यहाँ कुछ संभावित तरीकों का विवरण दिया गया है।

विस्फोटक सामग्री का छुपाना

पेजर में छोटे-छोटे विस्फोटक छुपाए जा सकते हैं। यह विस्फोटक सामग्री पेजर के अंदर किसी इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट के रूप में छुपाई जा सकती है। जब पेजर को एक विशेष सिग्नल मिलता है, तो यह विस्फोटक सक्रिय हो सकता है।

रिमोट कंट्रोल

पेजर में रिमोट कंट्रोल तकनीक का उपयोग करके विस्फोट कराया जा सकता है। यह तकनीक दूर से एक सिग्नल भेजकर पेजर को विस्फोट करने के लिए उपयोग की जाती है। इस प्रकार के हमले में पेजर को एक साथ विस्फोट कराया जा सकता है, जैसा कि लेबनान में हुआ था।

बैटरी ओवरहीटिंग

कुछ मामलों में, पेजर की बैटरी को ओवरहीट करके भी विस्फोट कराया जा सकता है। यह तकनीक पेजर की बैटरी को अत्यधिक गर्म करके विस्फोट करने के लिए उपयोग की जाती है। हालांकि, यह तरीका कम प्रभावी माना जाता है।

सप्लाई चेन अटैक

पेजर को सप्लाई चेन में ही छेड़छाड़ करके भी विस्फोटक बनाया जा सकता है। यह तरीका पेजर के निर्माण या वितरण के दौरान उसमें विस्फोटक सामग्री जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के हमले में पेजर को पहले से ही तैयार किया जाता है और फिर उसे उपयोगकर्ताओं तक पहुँचाया जाता है।

अल्फान्यूमेरिक टेक्स्ट मैसेज

कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पेजर को अल्फान्यूमेरिक टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से भी विस्फोट कराया जा सकता है। यह मैसेज पेजर को एक विशेष कोड भेजता है, जो पेजर में छुपी विस्फोटक सामग्री को सक्रिय कर देता है।

पेजर विस्फोट कितना खतरनाक हो सकता है

पेजर विस्फोट अत्यंत खतरनाक हो सकते हैं और बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं। हाल ही में लेबनान में हुए पेजर विस्फोटों ने इस खतरे को उजागर किया है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा और संचार के क्षेत्र में और अधिक सतर्कता और सावधानी की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

पेजर को विस्फोट में उपयोग करने के ये तरीके दिखाते हैं कि कैसे तकनीक का दुरुपयोग करके बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचाया जा सकता है। यह घटना न केवल हिज़बुल्लाह के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक गंभीर चुनौती है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा और संचार के क्षेत्र में और अधिक सतर्कता और सावधानी की आवश्यकता है।

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