एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम भारत की सबसे विश्वसनीय जीवन बीमा कंपनी के फायदे और योजनाएं

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम: भारत की सबसे विश्वसनीय जीवन बीमा कंपनी के फायदे और योजनाएं

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एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम 1956 में स्थापित हुई थी और तब से यह भारत की सबसे विश्वसनीय और प्रमुख जीवन बीमा कंपनी बन गई है। एलआईसी का उद्देश्य जीवन बीमा को देश के हर कोने तक पहुँचाना और लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। यह कंपनी न केवल अपने व्यापक बीमा उत्पादों के लिए जानी जाती है, बल्कि अपने ग्राहकों के प्रति समर्पण और विश्वसनीयता के लिए भी प्रसिद्ध है।

एलआईसी की पॉलिसियाँ विभिन्न प्रकार की होती हैं, जो जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, पेंशन योजनाएँ और निवेश योजनाएँ शामिल करती हैं। इन पॉलिसियों के माध्यम से, एलआईसी अपने ग्राहकों को जीवन के विभिन्न चरणों में वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करती है। इसके अलावा, एलआईसी की पॉलिसियाँ टैक्स लाभ भी प्रदान करती हैं, जो इसे और भी आकर्षक बनाती हैं।

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम की सबसे बड़ी विशेषता इसकी व्यापक पहुँच और मजबूत एजेंट नेटवर्क है, जो ग्राहकों को व्यक्तिगत सेवा और सहायता प्रदान करता है। इसके अलावा, एलआईसी ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भी अपनी सेवाओं को और अधिक सुलभ बना दिया है, जिससे ग्राहक आसानी से अपनी पॉलिसी की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं।

Table of Contents

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास और स्थापना

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम का इतिहास और स्थापना बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण है। एलआईसी की स्थापना 1 सितंबर 1956 को हुई थी, जब भारतीय संसद ने भारतीय जीवन बीमा अधिनियम पारित किया। इस अधिनियम के तहत, 245 से अधिक बीमा कंपनियों और प्रोविडेंट सोसाइटियों को मिलाकर एक सरकारी स्वामित्व वाली बीमा कंपनी का गठन किया गया।

राष्ट्रीयकरण

1956 में, भारतीय सरकार ने बीमा क्षेत्र का राष्ट्रीयकरण करने का निर्णय लिया और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की स्थापना की। इसका उद्देश्य जीवन बीमा को देश के हर कोने तक पहुँचाना और लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना था। एलआईसी का मुख्यालय मुंबई में स्थित है और इसके 8 क्षेत्रीय कार्यालय और 101 संभागीय कार्यालय भारत के विभिन्न भागों में स्थित हैं।

एलआईसी ने अपनी स्थापना के बाद से ही भारतीय बीमा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आज यह देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है। इसके लगभग 2048 कार्यालय और 10 लाख से अधिक एजेंट पूरे भारत में फैले हुए हैं।

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम पॉलिसी के प्रकार

यहाँ एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम के कुछ प्रमुख जीवन बीमा प्लान्स की सूची है:

एंडोमेंट इंश्योरेंस प्लान्स

  1. एलआईसी बीमा ज्योति प्लान (860)
  2. एलआईसी बीमा रत्न प्लान (864)
  3. एलआईसी धन संचय (865)
  4. एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लान (914)
  5. एलआईसी न्यू जीवन आनंद प्लान (915)
  6. एलआईसी सिंगल प्रीमियम एंडोमेंट प्लान (917)
  7. एलआईसी जीवन लक्ष्य प्लान (933)
  8. एलआईसी जीवन लाभ प्लान (936)
  9. एलआईसी जीवन आज़ाद प्लान (868)
  10. एलआईसी माइक्रो बचत प्लान (961)
  11. एलआईसी आधार स्तम्भ प्लान (943)
  12. एलआईसी आधार शिला प्लान (944)

मनी बेक इंश्योरेंस प्लान्स

  1. एलआईसी जीवन तरुण प्लान (934)
  2. एलआईसी बीमा बचत (916)
  3. एलआईसी बीमा श्री (948)
  4. एलआईसी चाइल्ड मनी बैक प्लान (932)
  5. एलआईसी 20 ईयर मनी बैक प्लान (920)
  6. एलआईसी 25 ईयर मनी बैक प्लान (921)
  7. एलआईसी जीवन शिरोमणी प्लान (947)

टर्म एश्योरेंस प्लान्स

  1. एलआईसी जीवन अमर (855)
  2. एलआईसी टेक टर्म (854)

संपूर्ण जीवन बीमा प्लान्स

  1. एलआईसी जीवन उमंग (845)
  2. एलआईसी जीवन आनंद (815)

पेंशन प्लान्स

  1. एलआईसी जीवन अक्षय VII (857)
  2. एलआईसी जीवन शांति (850)

यूनिट लिंक्ड प्लान्स

  1. एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लस (835)
  2. एलआईसी एनयूएलआईपी (825)

हेल्थ प्लान्स

  1. एलआईसी आरोग्य रक्षक  (906)
  2. एलआईसी कैंसर कवर (905)

एलआईसी पॉलिसी कैसे खरीदें

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम पॉलिसी खरीदने की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है। आप इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से खरीद सकते हैं। यहाँ दोनों प्रक्रियाओं का विस्तृत विवरण दिया गया है:

  1. ऑनलाइन प्रक्रिया – एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं- एलआईसी की वेबसाइट पर जाएं और “ऑनलाइन पॉलिसी खरीदें” विकल्प चुनें।
  2. ऑफलाइन प्रक्रिया– एलआईसी एजेंट या निकटतम एलआईसी शाखा कार्यालय पर जाएं।

महत्वपूर्ण टिप्स

  • पॉलिसी चयन में सावधानी: अपनी आवश्यकताओं और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार पॉलिसी का चयन करें।
  • दस्तावेज़ों की तैयारी: सभी आवश्यक दस्तावेज़ पहले से तैयार रखें।
  • प्रीमियम भुगतान: समय पर प्रीमियम का भुगतान करें ताकि पॉलिसी सक्रिय रहे।

एलआईसी प्रीमियम भुगतान के तरीके

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम पॉलिसी का प्रीमियम वह राशि है जो पॉलिसीधारक को नियमित अंतराल पर बीमा कंपनी को भुगतान करनी होती है। यह राशि पॉलिसी के प्रकार, अवधि, और बीमित राशि पर निर्भर करती है। एलआईसी पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक, या वार्षिक आधार पर किया जा सकता है।

ऑनलाइन भुगतान

  • एलआईसी की वेबसाइट: आप एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने पॉलिसी नंबर और जन्मतिथि की आवश्यकता होगी
  • एलआईसी मोबाइल ऐप: एलआईसी का मोबाइल ऐप डाउनलोड करके भी आप प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं।
  • UPI के द्वारा भी प्रीमियम का भुगतान कर सकते है। जैसे फ़ोन पे , गूगल पे , पेटीम आदि।

ऑफलाइन भुगतान:

  • एलआईसी शाखा: आप अपनी नजदीकी एलआईसी शाखा में जाकर नकद, चेक, या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं।
  • बैंक: कुछ बैंकों के माध्यम से भी आप एलआईसी प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं।

एलआईसी पॉलिसी का प्रीमियम कैसे कैलकुलेट होता है ?

एलआईसी पॉलिसी का प्रीमियम कई कारकों पर निर्भर करता है। यहाँ उन प्रमुख कारकों का विवरण दिया गया है जो प्रीमियम की गणना में शामिल होते हैं:

1. बीमित राशि (Sum Assured)

यह वह राशि है जो पॉलिसीधारक की मृत्यु या पॉलिसी की परिपक्वता पर भुगतान की जाती है। बीमित राशि जितनी अधिक होगी, प्रीमियम भी उतना ही अधिक होगा।

2. पॉलिसीधारक की आयु

पॉलिसीधारक की आयु भी प्रीमियम की गणना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। युवा पॉलिसीधारकों के लिए प्रीमियम कम होता है क्योंकि उनके पास बीमा कंपनी के लिए कम जोखिम होता है।

3. पॉलिसी की अवधि (Policy Term)

पॉलिसी की अवधि जितनी लंबी होगी, प्रीमियम भी उतना ही अधिक होगा। यह अवधि वह समय है जिसके दौरान पॉलिसीधारक को प्रीमियम का भुगतान करना होता है।

4. पॉलिसी का प्रकार

एलआईसी विभिन्न प्रकार की पॉलिसियाँ प्रदान करता है, जैसे कि एंडोमेंट प्लान, टर्म प्लान, मनी बैक प्लान, आदि। प्रत्येक प्रकार की पॉलिसी के लिए प्रीमियम की गणना अलग-अलग होती है।

5. स्वास्थ्य स्थिति

पॉलिसीधारक की स्वास्थ्य स्थिति भी प्रीमियम की गणना में महत्वपूर्ण होती है। यदि पॉलिसीधारक स्वस्थ है, तो प्रीमियम कम होगा। यदि पॉलिसीधारक को कोई गंभीर बीमारी है, तो प्रीमियम अधिक हो सकता है।

6. राइडर्स (Add-ons)

राइडर्स या ऐड-ऑन अतिरिक्त लाभ होते हैं जो पॉलिसी के साथ जोड़े जा सकते हैं। इन राइडर्स के लिए अतिरिक्त प्रीमियम का भुगतान करना होता है।

7. भुगतान आवृत्ति (Premium Payment Frequency)

प्रीमियम का भुगतान मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक, या वार्षिक आधार पर किया जा सकता है। भुगतान आवृत्ति के आधार पर प्रीमियम की राशि में थोड़ा अंतर हो सकता है।

प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग

आप एलआईसी की वेबसाइट या अन्य बीमा पोर्टल्स पर उपलब्ध प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग करके अपने प्रीमियम की गणना कर सकते हैं। यह कैलकुलेटर आपको आपकी पॉलिसी के लिए अनुमानित प्रीमियम राशि प्रदान करेगा।

एलआईसी पॉलिसी खरीदने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम पॉलिसी खरीदने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी। यहाँ उन दस्तावेज़ों की सूची दी गई है:

1. पहचान प्रमाण (Identity Proof)

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस

2. पते का प्रमाण (Address Proof)

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • बिजली का बिल
  • बैंक स्टेटमेंट

3. आय का प्रमाण (Income Proof)

  • सैलरी स्लिप
  • आईटीआर (Income Tax Return)
  • फॉर्म 16
  • बैंक स्टेटमेंट

4. आयु प्रमाण (Age Proof)

  • जन्म प्रमाण पत्र
  • स्कूल/कॉलेज का प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट
  • आधार कार्ड

5. पासपोर्ट साइज फोटो

  • हाल ही में खींची गई पासपोर्ट साइज फोटो

6. मेडिकल रिपोर्ट (यदि आवश्यक हो)

  • कुछ पॉलिसियों के लिए मेडिकल जांच की आवश्यकता हो सकती है। इसके लिए आपको मेडिकल रिपोर्ट जमा करनी होगी।

7. पॉलिसी आवेदन पत्र

  • एलआईसी का पॉलिसी आवेदन पत्र जिसे आप एलआईसी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं या शाखा कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।

8. अन्य दस्तावेज़ (यदि आवश्यक हो)

कुछ विशेष पॉलिसियों के लिए अतिरिक्त दस्तावेज़ों की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि व्यवसाय प्रमाण पत्र, आदि।

एलआईसी पॉलिसी का प्रीमियम भुगतान में देरी के परिणाम

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम पॉलिसी का प्रीमियम समय पर न भरने के कई परिणाम हो सकते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख परिणाम दिए गए हैं

  1. ग्रेस पीरियड (Grace Period)
    एलआईसी आमतौर पर प्रीमियम भुगतान के लिए एक ग्रेस पीरियड प्रदान करता है, जो मासिक प्रीमियम के लिए 15 दिन और अन्य भुगतान आवृत्तियों (त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक, वार्षिक) के लिए 30 दिन होता है1. इस अवधि के भीतर प्रीमियम का भुगतान करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता।
  2. पॉलिसी लैप्स (Policy Lapse)
    यदि ग्रेस पीरियड के भीतर प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है, तो पॉलिसी लैप्स हो सकती है। इसका मतलब है कि पॉलिसीधारक को बीमा कवर नहीं मिलेगा और पॉलिसी के लाभ समाप्त हो जाएंगे।
  3. पॉलिसी पुनर्जीवित करना (Policy Revival)
    लैप्स पॉलिसी को पुनर्जीवित करने के लिए, पॉलिसीधारक को सभी बकाया प्रीमियम और ब्याज का भुगतान करना होगा। इसके अलावा, पॉलिसीधारक को मेडिकल जांच भी करानी पड़ सकती है।
  4. लेट पेमेंट चार्ज (Late Payment Charge)
    प्रीमियम भुगतान में देरी होने पर लेट पेमेंट चार्ज भी लग सकता है। यह चार्ज पॉलिसी के प्रकार और अवधि के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
  5. बोनस और लाभों का नुकसान (Loss of Bonuses and Benefits)
    यदि पॉलिसी लैप्स हो जाती है, तो पॉलिसीधारक को बोनस और अन्य लाभों का नुकसान हो सकता है। पुनर्जीवित करने पर भी कुछ लाभ वापस नहीं मिल सकते।
  6. मृत्यु के मामले में कोई दावा नहीं (No Claim in Case of Death)
    यदि पॉलिसी लैप्स हो जाती है और पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को कोई दावा राशि नहीं मिलेगी।
  7. पॉलिसी को पुनः सक्रिय करने की प्रक्रिया (Revival Process)
    पॉलिसी को पुनः सक्रिय करने के लिए, पॉलिसीधारक को एलआईसी शाखा में जाकर या एजेंट के माध्यम से पुनर्जीवित प्रक्रिया को पूरा करना होगा। इसके लिए सभी बकाया प्रीमियम, ब्याज, और आवश्यक मेडिकल रिपोर्ट जमा करनी होगी।
  8. अनक्लेम्ड मनी (Unclaimed Money)
    यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है और नॉमिनी दावा नहीं करता है, तो यह राशि अनक्लेम्ड मनी के रूप में मानी जाती है। इसे भी चेक करने की सुविधा एलआईसी द्वारा दी जाती है।

इन परिणामों से बचने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने प्रीमियम का भुगतान समय पर करें और किसी भी देरी से बचें।

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एलआईसी पॉलिसी के फायदे और नुकसान

फायदे (Benefits)

  • वित्तीय सुरक्षा: एलआईसी पॉलिसी आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में, नॉमिनी को बीमा राशि और बोनस मिलता है।
  • लंबी अवधि की बचत: एलआईसी पॉलिसी एक लंबी अवधि की बचत योजना है जो आपको नियमित रूप से बचत करने के लिए प्रेरित करती है।
  • टैक्स लाभ: एलआईसी पॉलिसीधारकों को आयकर अधिनियम की धारा 80C और 10(10D) के तहत टैक्स लाभ मिलता है3.
  • लोन सुविधा: कुछ पॉलिसियों पर, आप पॉलिसी के सरेंडर मूल्य के आधार पर लोन भी ले सकते हैं।
  • विविध पॉलिसी विकल्प: एलआईसी विभिन्न प्रकार की पॉलिसियाँ प्रदान करता है, जैसे कि एंडोमेंट प्लान, टर्म प्लान, मनी बैक प्लान, आदि, जिससे आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार पॉलिसी चुन सकते हैं।

नुकसान (Drawbacks)

कम रिटर्न: एलआईसी पॉलिसियों पर मिलने वाला रिटर्न अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में कम हो सकता है।
लंबी अवधि की प्रतिबद्धता: एलआईसी पॉलिसियाँ लंबी अवधि की होती हैं, जिससे आपको लंबे समय तक प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है।
लिक्विडिटी की कमी: एलआईसी पॉलिसियों में लिक्विडिटी की कमी होती है, यानी आप आसानी से अपने पैसे को निकाल नहीं सकते।
प्रीमियम की उच्च दर: कुछ पॉलिसियों के लिए प्रीमियम की दरें उच्च हो सकती हैं, जो कि अन्य बीमा कंपनियों की तुलना में अधिक हो सकती हैं।
जटिलता: कुछ पॉलिसियों की शर्तें और नियम जटिल हो सकते हैं, जिन्हें समझना मुश्किल हो सकता है।

निष्कर्ष

एलआईसी भारतीय जीवन बीमा निगम पॉलिसी आपके और आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। सही पॉलिसी का चयन करने के लिए आपको अपनी आवश्यकताओं और बजट को ध्यान में रखना चाहिए।


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